तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥ करनी का सुख तेरे हाथों, शिव के हाथों में परिणाम, शिव के हाथों में परिणाम मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥ ॠनिया जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥ मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में https://jaibhole.co.in/home/Shree-Shiv-Chalisa